बिहार के किसानो पर कुदरत का केहर - तेज बारिस ने किया सभी फशलों को बर्बाद
किसान इस संकट के समय में बिलकुल अकेला है हद तो यहाँ है की अन्नदाता अन्नदाता चिल्लाने वाले मीडिया भी १ मिनट की न्यूज़ देके बस सड़को पर नाव चलती दिखा रहे है।

बिहार में किशानो पर बारिस का केहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। सभी नदियों जलस्तर भी बढ़ता ही जा रहा है। जिसके चलते बाढ़ का खतरा बढ़ता ही जा रहा है।
बारिस की इस मार से दरभंगा में मुंग, मकई और धान की फसलों को भरी नुकसान पंहुचा है। ऐसे में किसानों की रोजी-रोटी पर भी संकट मंडराने लगा है. किसानों पर बारिश और बाढ़ की यह दोहरी मार किसी मुसीबत से कम नहीं है.
इसके बावजूद बिहार सरकार और केंद्र सरकार मूक दर्शक बनकर अपने मंत्री मंडल का विस्तार करने में व्यस्त है।
किसान इस संकट के समय में बिलकुल अकेला है हद तो यहाँ है की अन्नदाता अन्नदाता चिल्लाने वाले मीडिया भी १ मिनट की न्यूज़ देके बस सड़को पर नाव चलती दिखा रहे है।
आज इस महंगाई के दौर में जब किसान दो वक्त की रोटी की व्यवस्था नहीं कर पाता तो
इस आपदा के समय में वो कैसे अपना जीवन को आगे बढ़ाएगा।
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